गाँधी जयंती एवं लाल बहादुर शास्त्री जयंती मनाई गई
शासकीय नवीन कन्या महाविद्यालय, गोबरा नवापारा में ‘गाँधी जयंती’ एवं ‘लाल बहादुर शास्त्री जयंती’ पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया । कार्यक्रम संयोजक डॉ. सरोज चक्रधर ने राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी एवं भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के व्यक्तित्व एवं उनके द्वारा देशहित तथा मानवता के हित में किए महान कार्यों से छात्राओं को अवगत कराया । उन्होंने कहा कि गाँधी जी के पंचव्रत सिद्धांत सत्य, अहिंसा, ब्रह्मचर्य, अस्तेय तथा अपरिग्रह का मन, वचन और कर्म से आत्मसात कर हम एक श्रेष्ठ युग के निर्माण में सहायक हो सकते हैं । उन्होंने इन पाँच अनमोल शब्दों के गूढ़ अर्थ पर विस्तार से प्रकाश डाला ।
उन्होंने गाँधी जी के जीवन के विभिन्न प्रसंगों एवं उनके आदर्शों को छात्राओं के सम्मुख रखा, ताकि उनके सात्विक विचारों तथा त्यागमय जीवन का अनुकरण एवं अनुसरण नव पीढ़ी कर सके । उन्होंने कहा कि पूज्य बापू का जीवन आध्यात्मिक नींव पर आधारित था । अहिंसा को साधन बनाकर ही उन्होंने सत्य का अन्वेषण किया था । महात्मा गाँधी के लिए सत्य ही परमेश्वर था और वही साध्य था । उन्होंने लाल बहादुर शास्त्री के देश के लिए किए महान कार्य यथा हरित क्रांति, स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी भूमिका तथा उनके दिए नारे ‘जय जवान जय किसान’ की महत्ता से छात्राओं को परिचित कराया ।
अंग्रेजी के सहायक प्राध्यापक विक्रांत सिंग गावस्कर ने गाँधी जी एवं शास्त्री जी के बताए सन्मार्ग का अनुसरण करने हेतु छात्राओं को प्रोत्साहित किया । साथ ही उन पर बने फिल्म को देखने का आग्रह किया । उन्होंने बताया कि फिल्म एक अच्छा माध्यम है महापुरुषों के जीवन को रोचक ढंग से जानने का । छात्राओं ने भी दोनों महापुरुषों के बारे में अपने-अपने विचार व्यक्त कर विचार संगोष्ठी में सहभागिता की ।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. मधु श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापकगण एवं छात्राएँ उपस्थित रहीं ।